Political Activist और Social Worker ललन कुमार ने मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कन्संट्रेटर और वेंटीलेटर पैर 12% GST व ऑक्सीजन प्लांट के उपकरणों पर 18% GST पे सरकार को घेरते हुए ट्वीट किआ की “”आपदा में बम्पर अवसर” मोदीजी स्वयं कमाई का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। आख़िर गुजराती हैं, बात तो मुनाफे की होती है।”
कोरोना महामारी में पुरे देश में ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और वेंटिलेटर्स की मांग काफी बढ़ रही है, जहाँ महामारी में एक तरफ सरकार दानदाताओं से PM केयर और CM रिलीफ फंड में जनता से सहयोग ले रही है , वही दूसरी तरफ Corona में Life Saving उपकरणों और कई दवाओं पर GST वसूला जा रहा है, अब वही दानदाता कोरोना काल में जीवन रक्षक उपकरणों पर टैक्स वसूली पर सवाल उठा रहे हैं।
मेडिकल ऑक्सीजन पर अभी भी 12 फीसदी GST लग रहा है। ऑक्सीजन से जुड़े प्लांट के कई उपकरणों पर 18 फीसदी GST लग रहा है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स पर 12 फीसदी GST वसूला जा रहा है, हालांकि इस पर पहले 28 फीसदी GST था, जिसे हाल ही कम किया है। कोरोना में लाइफ सेविंग माने जाने वाली देश में बनी कई दवाओं पर GST लग रहा है। इसका सीधा भार कोरोना के इलाज पर पड़ रहा है और इलाज महंगा हो रहा है।
जोधपुर के दानदाताओं ने ऑक्सीजन प्लांट के उपकरण और कंसंट्रेटर्स दान किए, जिनकी मूल लागत 40 लाख थी, लेकिन उसपे 7.20 लाख रुपए GST वसूला गया, दानदाताओं ने यह GST चुकाई, 18 फीसदी GST होने की वजह से 40 लाख के प्लांट पर 47.20 लाख की लागत आई।
