भारत कृषि प्रधान देश है। आज भी यहाँ का 70 % नागरिक कृषि पर ही निर्भर है, साथ ही यह ढाँचा ही देश को मजबूती प्रदान करता है। इसके साथ ही पशुपालन भी देश के मुख्य घटकों में शामिल है, देश में आमदनी का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत पशुपालन को ही माना गया है। वहीं केंद्र सरकार मौजूदा समय में इस क्षेत्र को बढ़ाने के लिये तमाम तरह की योजनाएं सुचारू रूप से चला रही है।
वहीं सरकार द्वारा नयी पहल के अंर्तगत हर साल पशुपालन से जुड़े किसानों को गोपाल रत्न Award दिया जाता है। इस बार भी उसी क्रम में पशुपालन क्षेत्र से जुड़े लोंगो को गोपाल रत्न देने की घोषणा की गयी है, आज पशुपालन और डेयरी विभाग ने Tweet करके इसकी जानकारी दी है। आगे उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि 15 सितंबर तक गोपाल रत्न के लिये आवेदन कर सकते है।
यह रहेगी पात्रता-
- यह अवार्ड पाने के लिये जो भी किसान आवेदन करना चाहते है, उन्हें कम से गाय की एक नस्ल और भैंस की 18 देसी नस्लों में से किसी एक का पालन करते होना चाहिये।
- कृत्रिम गर्भधान तकनीशियन जिन्होंने इस काम के लिये कम से कम 90 दिनों की ट्रेनिंग ली हो।
- ऐसी दूध उत्पादन कंपनी जो प्रतिदिन 1000 लीटर दूध का उत्पादन करती हो, इसके साथ उनके साथ 50 किसान जुड़े हो।
वहीं पशुपालन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट में जाकर इसके लिये आवेदन किया जा सकता है।