कहते है कि प्यार का कोई रंग नहीं होता है, वहीं जब यह परवान चढ़ता है तो सभी बेड़िया तोड़ देता है। ऐसा ही वाकया सामने आया है बुंदेलखंड के ललितपुर जिले से, जहाँ एक युवक को नेत्रहीन युवती से प्यार हो गया। वहीं उसने अपने प्यार को नये आयाम देने के लिये लड़की से शादी करने की ठानी, तो लड़की की दिव्यांगता देख युवक के परिजनों ने इस शादी को करने से मना कर दिया। जानकारी के मुताबिक ललितपुर जिले के मदनपुर कस्बे के रहने वाले बब्बू रैकवार की पुत्री वंदना की जन्म से आंखों की रोशनी नहीं है, जिसके कारण वह देख नहीं सकती है।
वहीं मध्यप्रदेश के सागर जिले के रहने वाले पेशे से कारीगर मोहन रैकवार ने जब वंदना को पहली दफा देखा तो उन्हें बेइंतहा मोहब्बत वंदना से हो गयी और उन्होंने वंदना से ही शादी करने की ठानी। इस बात को मोहन ने अपने घर में बताया और वंदना से शादी करने की बात कही। घरवालों ने वंदना को देखते हुये इस शादी के लिये साफ मना कर दिया, इस पर मोहन अकेले ही बारात लेकर वंदना के गाँव पहुँच गये। वहीं वंदना के लिये अकेले ही बारात लेकर पहुँचे मोहन को वंदना के परिवारजनों ने देखा, तो वंदना के प्रति उनका समर्पित प्रेम उनके घर वालों को दिखा।
इस पर वंदना के परिजनों ने वंदना और मोहन की शादी काफी धूमधाम से कराई। वहीं मोहन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके लिये वंदना का साथ रहना ही काफी है, क्योंकि उन्हें पता है कि वंदना घर का कोई काम नहीं कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि वह खुद घर का खाना बनाएंगे और वंदना को खिलाएंगे। वहीं वह एक बार वंदना को अच्छे Eye Speshlist को दिखाएंगे जिससे वंदना को दिखाई देने लगे।