कोरोना संक्रमण की Third Wave को लेकर सरकार चुस्त-दुरुस्त नजर आ रही है, सरकार ने यह फैसला किया है कि जीवनरक्षक दवाइयों का 30 दिवसीय स्टॉक किया जाये। जानकारी के मुताबिक सरकार जीवनरक्षक दवाओं के अलावा पैरासिटामॉल, एंटीबायोटिक दवाएं और विटामिन जैसी सामान्य दवाओं और सप्लीमेंट्स को फिर से इकठ्ठा कर रही है।
वहीं इस दौरान सरकार ने रेमेडिसविर की बड़ी खेप संचित करने की योजना बनाई है, वहीं सरकार इन सभी दवाओं का भुगतान अग्रिम रूप में करेगी। वहीं दूसरी लहर के दौरान मचे त्राहिमाम से सरकार ने सबक लिया है, सरकार फिर से वैसी स्थिति फिर से बिल्कुल भी नहीं चाहती है, इस वजह से पहले ही रेमेडिसविर और फेवीपीराविर जैसी दवाओं का स्टॉक पहले से बना रही है।
वहीं ICMR की चेतावनी के अनुसार अगस्त में तीसरी लहर दिखाई दे सकती है, वहाँ के विशेषज्ञों ने गणितीय आकंलन पर Third Wave का अंदाजा लगाया है। वहीं Third Wave में रोजाना के मामलों में 50% तक बढ़ोतरी की आशंका भी जताई जा रही है। वहीं ICMR का मानना है कि आम लोंगो का साथ न मिलने की वजह से कोरोना का ग्राफ तेजी से नीचे गिरा है। वहीं इस समय देश ऐसी स्थिति में खड़ा है, जहाँ से एक नई लहर फिर से आ सकती है।