UP में जेलों की सुरक्षा किसी से छिपी नहीं है, जहाँ आये दिन कुछ न कुछ कांड जरुर होते रहते हैं। वहीं पूर्व में बागपत में मुन्ना बजरंगी, चित्रकूट जेल में मुकीम काला, अंशु दीक्षित, मेराज की हत्या हो चुकी है, ऐसे में यहाँ सुरक्षा को लेकर प्रश्नचिन्ह उपस्थित हो जाते हैं।
वहीं बात करें अब बाँदा जेल की तो इन समय यह जेल संवेदनशील जेलों में शामिल है, जहाँ माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बन्द है। दूसरी तरफ इस जेल में अब अधिकारी पोस्टिंग लेने से घबरा रहें हैं, जहाँ चर्चा यह है कि अधिकारी अफसरों के सामने यह कह रहें है कि भले ही चाहे सस्पेंड कर दो, लेकिन बाँदा जेल न भेजो। जानकारी के अनुसार बीते 8 महीनों से सीनियर सुपरिडेंट रैंक वाली बाँदा जेल को एक जेलर ही चला रहा है, इसके लिये यहाँ 3 अधिकारियों की पोस्टिंग भी की गयी थी लेकिन कोई भी अधिकारी यहाँ जॉइन करने नहीं आया है।
वहीं बीते साल 2021 में यहाँ पंजाब की रोपड़ जेल से मुख्तार अंसारी को बाँदा जेल में लाया गया था, जहाँ उसे जेल की बैरक नंबर 16 में शिफ्ट किया गया था, तब से ही बाँदा अति संवेदनशील जेलों में शुमार है। जानकारी के अनुसार बाँदा जेल मंडलीय कारागार है, यहाँ जेलर के अलावा एक वरिष्ठ अधिकारी की भी नियुक्ति होती है, लेकिन 3 अफसरों की नियुक्ति के बाद भी यहाँ कोई भी अधिकारी जॉइन करने नहीं पहुँचा है।
जानकारी के अनुसार सन 2020 में मुख्तार अंसारी को बाँदा जेल में लाने की कवायद शुरू होते ही बाँदा के जेलर रंजीत कुमार सिंह 17 अक्टूबर 2020 से अनुपस्थित हो गये, इसके बाद बाकी के दो बचे अधिकारी मेडिकल ही लगाते रहे।