दक्षिण अफ्रीका से 50 साल बाद अपने रफ्तार और फुर्ती के लिये जानें जाने वाले चीतों की वापसी हो रही है। दक्षिण अफ्रीका से इसी साल के नवंबर में 5 नर और 5 मादा चीतों को लाया जाना है,जिनको मध्यप्रदेश के चंबल नदी क्षेत्र में स्थित कूनो नेशनल पार्क में रखा जायेगा। 16 वीं शताब्दी में मुगल बादशाह जहाँगीर के शासनकाल में दुनिया का पहला चीता पाला गया था,सबसे तेज शिकारी के रूप में पहचान रखने वाले इन चीतों को भारत में लाने की सहमति बनी है। वहीं इस दुनिया में ऐसा पहली बार होगा कि एक बड़े मांसाहारी को संरक्षण के लिये एक महाद्वीप से दूसरे महादीप में भेजा जायेगा।