Review by : Abhinandan Kumar
वो पूछते हैं कि हम कौन है ग़ालिब… तुम बतलाओ की हम बतलाए क्या…
One Word Review : बवाल
बिहार से हैं… और बिहार की राजनीति, बिहार के बाहुबली लोगों में दिलचस्पी है… तो ये Web Series देख कर अपनी ज़िंदगी को तृप्त कर लीजिए।
1990 से 2010 तक बिहार और सिवान की राजनीति, इन सब के बीच सबसे बड़े बाहुबली “मोहम्मद शहाबुद्दीन” का नाम, पत्रकार “राजदेव रंजन” का मर्डर, “लालू यादव”, “कुर्सी कुमार”, लाल सलाम, JNU, चारा घोटाला, “शहाबुद्दीन” का मुख्यमंत्री ना बन पाने के पीछे की कहानी, राजनीति और बाहुबली के बीच दोस्ती, “शहाबुद्दीन” अच्छा या बुरा ? “शहाबुद्दीन” खुद मरा या किसी ने मार दिया ? इन सब का जवाब जानना है… तो इस Web Series के दरवाजे पर जाना पड़ेगा।
Review में लिखने के लिए बहुत सारी चीजें है… बाकी फिलहाल कुछ फिल्मी भाषा मे बोले तो… Director और Editor की तारीफ में ⭐⭐⭐⭐⭐ Dialogue Writter को अलग से सलाम बनता है, Screenplay आपको पूरी तरह कहानी से बांध कर रखता है।
अंत मे “शहाबुद्दीन” का ही एक Dialogue याद आरहा है… हुनर तो कई हांथो में होता है, लेकिन यहाँ इज्जत सिर्फ उसी की होती है, जिसके पास शक्ति है।