बुंदेलखंड की धर्मनगरी में RSS की पाँच दिवसीय बैठक विगत दिवस समाप्त हो गयी। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य BJP को आगे चलाने की रणनीति तय करना था, वहीं अब संघ ने मुस्लिमों को लेकर पहली बार अपना रवैया नरम अख्तियार किया है। RSS के मास्टरप्लान के अनुसार अब मुस्लिम समुदाय को भी RSS से जोड़ा जायेगा। इसके पहले चित्रकूट में बैठक शुरू होने के पहले RSS मुखिया मोहन भागवत ने यह बयान दिया था कि ” सभी हिन्दू और मुसलमान भारतीयों का DNA एक ही है, भारत को विश्व गुरु बनाने के लिये हिन्दू और मुसलमानों को मिलकर प्रयास करने होंगे “।
वहीं संघ की आगे की योजना यह है कि मुस्लिम बस्तियों में भी RSS की शाखाएँ खोली जायेंगी, इससे जाहिर होता है कि RSS अब मुसलमानों तक अपनी विचारधारा पहुँचाना चाहता है, इसके लिये बाकायदा दिशा-निर्देश भी जारी किये गये है। वहीं अभी तक BJP को हिंदुओ का अच्छा खासा समर्थन मिला है जबकि मुस्लिमों का एक बड़ा तबका उनसे दूरी बनाकर रखता है, ऐसे में अब उन्हें जोड़ने के लिये RSS ने बड़ी कवायद शुरू की है।
वहीं RSS राममंदिर के लिये चंदा देने वाले 12.70 करोड़ परिवारों से भी जुड़ेगा, उनका मानना है कि अगर किसी ने एक रुपया भी दिया है तो वह कहीं न कहीं हिंदुत्व की भावना से प्रेरित है। चित्रकूट में हुई बैठक में इसकी विस्तृत रूप-रेखा तैयार की गयी है। वहीं सोशल मीडिया पर RSS ने खासा जोर दिया है, जिसके लिये आईटी सेल स्थापित किये जायेंगे, वहीं इसमें IIT पासआउट युवाओं को मौका भी दिया जायेगा।