🇮🇳⛳ सुप्रभात🌞 वन्देमातरम्⛳🇮🇳
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ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः
शनिवार, ⓶⓸ जुलाई ⓶⓪⓶⓵
पूर्णिमांत माह : आषाढ़
अमावस्यांत माह : आषाढ़
पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि : पूर्णिमा (०८:०५:५७)
नक्षत्र : उत्तराषाढ़ा (१२:३९:१३)
योग : विश्कुम्भ / प्रीति
विक्रम सम्वत : २०७८ आनन्द
शक सम्वत : १९४३ प्लव
युगाब्द : ५१२३
आयन : दक्षिणायन
ऋतु : वर्षा
सूर्योदय : ०५:३५
सूर्यास्त : १९:१६
अभिजीत मुहूर्त : ११:५८ से १२:५३
राहुकाल : ०९:०० से १०:४३
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प्रभात दर्शन-
हमारे भारतवर्ष में आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है। आज भी सभी मत, पंथ और संप्रदाय में गुरु पूर्णिमा को बड़े धूमधाम से श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। आषाढ़ पूर्णिमा को ही महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्म हुआ था। उन्होंने ही वैदिक ऋचाओं को एकत्रित कर चार वेदों की रचना की। इस कारण उन्हें महर्षि वेद व्यास भी कहते हैं। उन्होंने ही महाभारत, 18 पुराणों व 18 उप पुराणों की रचना की थी जिनमें भागवत पुराण जैसा अतुलनीय ग्रंथ का भी समावेश है। वैदिक ज्ञान को धरातल में लानेवाले वेदव्यास को आदिगुरु की संज्ञा दी गई है और उन्हीं के सम्मान में व्यास पूर्णिमा को ‘गुरु पूर्णिमा’ के नाम से मनाया जाता है।
करता करे न कर सके, गुरु करे सो होय।
सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा न कोय।।
सभी गुरूजनों को सादर प्रणाम 🙏
🍁🦚 आपका दिन मंगलमय हो 🦚🙏~~
गुरु पूर्णिमा की कोटि शुभकामनाएं, आयकर दिवस