उत्तर प्रदेश के महाविद्यालयों में छात्रों की परीक्षाएं रद्द करने का फ़ैसला किया गया है,वहीं अंतिम वर्ष के विद्यार्थी ही केवल इस बार भी परीक्षा देंगे। पिछली बार की तरह इस बार भी सभी छात्रों को प्रमोट किया जायेगा वहीं कई विश्वविद्यालयों में पिछले लॉकडाउन में भी स्नातक के प्रथम वर्ष परीक्षा नहीं हो पायी थी तथा छात्र सीधे द्वितीय वर्ष में पहुँच गये थे,ऐसे में इन विश्वविद्यालयों में स्नातक के द्वितीय वर्ष की परीक्षा करायी जायेगी।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस फ़ैसले की घोषणा की है,वहीं यह फैसला तीन कुलपतियों द्वारा तैयार किये पदोउन्नति के रोडमैप को देखने के बाद लिया गया है। इन तीन कुलपतियों की समिति में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक,लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय, महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कृष्णपाल सिंह शामिल थे।