कभी गाँधी परिवार के गढ़ में मशहूर रहा रायबरेली में अब नई बयार बहनी शुरू हो गयी। अमेठी में 2019 के चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपना डंका बजाया था। इसके बाद उन्होंने राहुल गाँधी को मात देकर, उस क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी।
वहीं उनकी सक्रियता को देखते हुये सोनिया गाँधी की जगह रायबरेली में दिशा का अध्यक्ष बना दिया गया है। इसी के साथ अब सोनिया गाँधी को को-चेयरपर्सन की भूमिका दी गयी है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनावों के बाद दिशा समिति का गठन किया जाता है। इस समिति का कार्य होता है कि यह केंद्रीय योजनाओं की प्रगति की बराबर समीक्षा करती है। वहीं ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा अध्यक्ष और सह-अध्यक्ष का मनोनयन किया जाता है।
इसके बाद स्थानीय जिलाधिकारी द्वारा बाकी सदस्यों का गठन किया जाता है। इस दिशा की टीम में सभी विधायकों, ब्लॉक प्रमुखों और अन्य संसद सदस्यों को सम्मलित किया जाता है। वहीं 2019 के चुनाव के बाद देश के सभी संसदीय क्षेत्रों में दिशा का गठन कर दिया गया था, जबकि रायबरेली में ऐसा नहीं हुआ था। इसके पहले रायबरेली में दिशा के अध्यक्ष का पद सोनिया गाँधी के पास लंबे समय से रहा है, वहीं अब स्मृति ईरानी को यह नई जिम्मेदारी दी गयी है। जबकि सोनिया गाँधी संगठन का हिस्सा बनकर सह-अध्य्क्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करेंगी।