35 साल पुरानी कंपनी वीडियोकॉन इस समय मुश्किल में चल रही थी ऐसे में NCLT (नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल) ने इसके बिक्री योजना पर मुहर लगा दी है। मौजूदा समय में वीडियोकॉन समूह में करीब 31000 हजार करोड़ रुपये का कर्ज़ भी है,वहीं ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज इसे करीब 2962 करोड़ रुपये में खरीदेगी। इस योजना के मुताबिक ट्विन स्टार कंपनी 90 दिनों के अंदर 500 करोड़ रुपये का अग्रिम के रूप में भुगतान करेगी,साथ ही बाकी बचा भुगतान नॉन -कन्वर्टिबल डिबेंचर्स के रूप में करेगी।
मौजूदा समय में देखा जाये तो वीडियोकॉन की रावा तेल क्षेत्र में 25 फीसद हिस्सेदारी है,इसी वजह से से वेदान्ता ग्रुप ने इसको खरीदेने में दिलचस्पी दिखाई थी इनकी इस खरीदारी को पूरा होते ही वेदान्ता की 47.5 फीसदी हिस्सेदारी रावा क्षेत्र में हो जायेगी, जोकि ओएनजीसी की 40 फीसद से ज्यादा होगी। आपकों बता दें कि 1986 में वीडियोकॉन की शुरूआत हुई जिसने सर्वप्रथम भारत में रंगीन टीवी बनाने का लाइसेंस मिला था,बाद में यह कंपनी एसी,वाशिंग मशीन,रेफ्रिजरेटर्स बनाने लगी थी।